मन की कल्पनाएं बड़ी विचित्र और कई बार बिलकुल सटीक रहती हैं। इन कल्पनाओं में स्वयं की प्रगति से लेकर तमाम तरह की सकारात्मक और नकारात्मक दोनों बातें रहती हैं। इन कल्पनाओं में जोखिम लेना भी शामिल रहता है। पर बात केवल कल्पनाओं में ही रह जाती है और हम ...
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